भारत
जय ह्वालो विजै ह्वालो
तिरंगा यनु शान
से लैरणु रालो,
जब तलक वीर डट्यां
सीमा पर
देश सुखशान्ति
दिवा जगणु रालो ।
अफूं
लिख्दा वा जीवन संवीधान
मंगदा ज्वा बरदान
मा बलिदान,
यना वीरों का
अपर्ण सर्मपण पर
भारत माँ मुकुट सजणु रालो
देश खुशहाली
दिवा जगणु रालो ।
कश्मीर
बटिन कन्याकुमारी तक
मणिपुर बटिन
कच्छभुज तलक,
क्षितिज पर लक्षमण
रेखा बणि वा
जबतक करम अपणु
निभाणु रालो
देश अमनचैन दिवा
जगणु रालो ।
घाम
नि तौं, नि छ बर्खा बत्वाणी
जडडू बी होन्दू
ह्वलु कैन जाणी,
चालीस डिग्री
प्लस माईनस फर
जब तलक वा ज्वानी
खपाणु रालो
देश सुखशान्ति
दिवा जगणु रालो ।
जब
तक वीर माता की ममता
जब तक वीर नारी
की तपस्या,
भारत बिक्रम
भारत भाल खातिर
आंसु बदिन तपर्ण
करणु रालो
देश सुखशान्ति
दिवा जगणु रालो ।
@ अडिग
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