Search This Blog

Wednesday 13 May 2020

ईमानदार



यूं स्यता कुर्ता वळा, इनि ठगै चलि जाणा
ईमानदरि से कौ करार, करि चलि जाणा।

तौं उदघाटन करि, हमुल सुपन्यूं मैल चिंढिन
ईमानदार अपणा नौ ढुंगा, चढ़ै चिलि जाणा।

विकासे मुखड़ी पैलि बसग्याल मा पुती जान्द
सीधा सैणा  बाटा बी, पेऽर बणि  चलि जाणा।

ऐरां हमारा लाटोंन हमेस  मुच्छयाला   घच्वरैन
चकड़ैत हर्या भर्या बौण आग लगै चलि जाणा।

गारंटी रोजगार क्या ऐनी, दुकान्यूं  मा फांट लगि छ
तै रजिस्टर मा सर्री मवासी हाजरी लगै चलि जाणा।

कौ-कारिज मुश्किल हुयूं अब, धरम धाद नि लगणी
चट मंगणी पट ब्यौ  टेंटहौस  वळा करि  चलि जाणा।

समै की बात ह्वावो या  नयीं अकलै  समझ भैजी 
घर्या गढ़वळि छौड़ि सब्बी देसी बणि चलि जाणा।

क्वे मनख्योंन पाड़ खैणी, स्वाणु मुल्क बसेन
क्वे अब तौं  बाटों मा  ढुंगु फर्के  चलि  आणा।

र्निपट ह्वेकी मुख लुकायूं  जोन  पाड़ बटिन
सैरों बे पाड़ बचाणों उपदेश द्ये चलि जाणा।

स्यता - सफेद
पेऽर - रगड़ बगड़
बे - बटिन/ से

@ बलबीर राणा 'अड़िग' 

No comments:

Post a Comment