1.
परिकति का दगड़
परिकति कु बणि
जान्द
गरीबो नांगू
गात
इलै घाम बर्खा
ठंडऽल
क्वे असर नि
पड़द।
2.
ओंण दां कौंळु
स्वाणु
सब्बी जाग
जाण दां सीळु
निमाणु
सब्बी जाग
बीच मा करकरु,
झरझरु
अर मरमरु
जाग-जागो कारण
ये मा घामो क्वे
दोष नि,
तनि आदिम बी।
3.
सर्ग थूकण मौल
मुतण
भल नि होन्द
वा मवसी एक दिन
घाम लगि जान्द,
यनु मि ना ?
घामें जात्रा
ब्वनी।
सर्ग थूकण मौल मुतण - रंगत्याट
@ बलबीर सिंह राणा 'अड़िग'
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