बगत तेरु रो भौ़, तेरु ही ठौ छिन
ब्याळी घौरा भितर परिवार छायी
आज मकानों मा मौ छिन
अरे मनखी क्यांकि तड़ि
क्यांकि इत्गा धौंस धनु
आखिर उड्यार त बणायी
जै फर तति रौंस कनु
अनुभौ जर्रा मिठाऽ दगड़ जर्रा कड़ौ छिन
ब्याळी घौरा भितर परिवार छायी
आज मकानों मा मौ छिन
माया ममता मजाक मसखरी
घौरा भितर बिर्सयां दिदा
मकानों दगड़ अहम खरीदिन
यार आबत वखी हर्चां दिदा
अब मो मदद आर सार सब्यूं कु भौ छिन
ब्याळी घौरा भितर परिवार छायी
आज मकानों मा मौ छिन
दाना संयाणु छैल भैजी
तौं डंड्यळयों मा छोड़िग्यां
बाळों खिचक्याट धिर्दधिराट
तिबारी जंगळों मा छोड़िग्यां
छज्जा छोड़ि बालकोन्यूं मा तमस तम ही गाड़ोे छिन
ब्याळी घौरा भितर परिवार छायीआज मकानों मा मौ छिन
जब ज्योंण से जादा रोंण जरूरी
जीवन उद्देश्य ह्वे जांदू
मकड़ीअपणु जाळू बुणदी
तब घौरो धूर्पळू ढै जांद
फेर ढूंढणा बाद देखण मा आन्दू याद स्मृति का घौ छिन
ब्याळी घौरा भितर परिवार छायी
आज मकानों मा मौ छिन
@ बलबीर राणा 'अड़िग'
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