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Tuesday 26 September 2023

मनसा गीत



चल रे मन-ज्यू मेरा, एक नयूं संगसार बसौला,

दुनियां-दारी का ऐथर, नयुं साज सजौला।

चल रे मन ज्यू मेरा होऽऽ...... होऽऽ.........


ऊँचा अगास मा, पोथळी बणी कि उड़ला, 

घ्वेड़-काखड़ जन, र्निघंड बणों मा घुमला।

मयळी कुखड़ी बणीं, घरों-घरों मा बांग द्यूला,  

घुघता-घुघती का जन, एक हैका का गळज्यू रोला।

होऽऽ...... होऽऽ.........

चल रे मन ज्यू मेरा ................


डाळि-बोटि बणि कि, जीवन हवा पाणि द्यूला,

डोखरा-पुंगड़ों जमि, जी जमाण कु पुटुग भरोला।

बरखा कुयड़ी बणि कि, धर्ती माता सिंचोला,

धारा-मंगरों मा बगि, दुनियां की तीस बुथ्योला। 

होऽऽ...... होऽऽ.........

चल रे मन ज्यू मेरा ................


ऊँचा हिवांळा बणि, गंगा जमुना बगोला,

हरा-भरा बुग्याळ जनु, सुख शान्ति रैबार द्युला।

उकाळ-उन्दार मा, मनख्यों तैं तागत द्यूला, 

सैणा-दमळों का जन, सौंग-सांग बणि कि रौला।  

होऽऽ...... होऽऽ.........

चल रे मन ज्यू मेरा ................

© ® बलबीर राणा ‘अडिग’

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