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Monday, 24 May 2021

मंशा


तुम अर तुमारा पर

कच्याण

किकराण 

किड़ाण 

कुकराण

कुतराण

खटाण 

खौंकाण

गुवांण 

गौंताण 

चुराण

टौंकाण छै औणि। 

अर

मि अर मेरा पर

कुमराण 

खुड़क्याण 

घियांण 

दुध्याण

मौळयाण छै औणि। 

इलै जन मि

ब्वनु 

कनु

सोचणु 

ध्यखणु 

समझणु

बिंगणु 

उन तुम बि बल। 

निथर

मेरी नि त 

तुमारी क्या ? 


@ बलबीर राणा 'अडिग'

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