ज्यू
मा गेड़ ह्वली बि त बताणु क्वो चा
जन मि चिताणु तन चिताणु क्वो चा ।
कुछ त
कारण छिन या उठा पोड़ की
निथर यनु रात भर जगणु क्वो चा ।
जिंदग्या
चांचड़ी मा अंग्वाळ बोटी त्वेन
नित मि जना बांगा तैं पुछणु क्वो चा ।
चलती
कु नौं गाड़ी च साब दुन्यांदारी
फट्यां टेरों तैं वर्कशॉप ल्यीजाणु क्वो चा ।
भैर मन
से धरम की बात सब्बी कना
पर ! आज धर्में बात मानणु क्वो चा ।
इन्टरनेट
पे बुग्यळयों कमी नि अजक्याल
बाग पड़ी गुठ्यारों पर झपटणु क्वो चा ।
मना रिश्ता छिन या ज्यू का मंदिर
त्वड़णा सब्बी फर जोंड़णु क्वो चा ।
तीरथ
बार खूब घूमणा छिन सब्बी लोग
शीली उबरा खांसणी ब्वै तैं पुछणु क्वो चा।
परगति
कन वळा त लग्यां च दिन रात
फर ! फ्री का बाना वा उंगणु क्वो चा ।
तेरु
अभाग कि त्वेन नोनी नि होण द्ये
औलंपिक मा तिरंगा लेराणु क्वो चा ।
जन मि चिताणु तन चिताणु क्वो चा ।
निथर यनु रात भर जगणु क्वो चा ।
नित मि जना बांगा तैं पुछणु क्वो चा ।
फट्यां टेरों तैं वर्कशॉप ल्यीजाणु क्वो चा ।
पर ! आज धर्में बात मानणु क्वो चा ।
बाग पड़ी गुठ्यारों पर झपटणु क्वो चा ।
मना रिश्ता छिन या ज्यू का मंदिर
त्वड़णा सब्बी फर जोंड़णु क्वो चा ।
शीली उबरा खांसणी ब्वै तैं पुछणु क्वो चा।
फर ! फ्री का बाना वा उंगणु क्वो चा ।
औलंपिक मा तिरंगा लेराणु क्वो चा ।
भारत सदानी जोड़णें जुगती पे रयूँ अडिग
या द्ववफाड़ कने साजिस रचणु क्वो चा ।
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