ज्यू धक धक कनू
धकध्याणु
मन हिर हिर कनू
हिराणु
तू वरदान छै या किस्मत
सवाल अफूं तैं बिंगाणू ऊँssss....
ज्यू धक धक कनू ..ssss...
वा जून सी मुखड़ी
वा फूल सी पांखुड़ी
ऐगे बंसत बौडी
रुखड़ा जीवन मा दौड़ी ई ई sss..
ज्यू धक धक कनूss ......
1. अंतरा
धन धान्य ह्वेगी
मेरु भाग जगिगी
तैला मुलकू कु घाम
मेरा शीला घोर ऐगी ।
तू मेरी चखुली
मि तेरु चखुला
घुघति घुघुता बणिsss
माया का बण उडुला....आ आ sss
ज्यू धक धक कनूss .....
2. अंतरा
तौं पैजब्यूँ कु छमड़ाट्
चूड़ियों कु खमड़ाट
खिलपत ह्वेगी मेरु घोर
लगि खुशियूँ भिभड़ाट्
वा चमकदी दंतुड़ी
वा हैंसदी नथुळी
दमकदी बिंदुली sss
जगमग मेरी डंडयळी ...ई ई ssss
ज्यू धक धक कनूss ......
अंतरा 3.
ऋतु बारा मैना
मेरा घोर ऐना
प्रीत की गागर भौरीं
चखळ पखळ कैरी गेना
अरे ऐ विधि विधाता
कृपा दृष्टि राख्या
कांडा नि चुभिन सीं पर
मेरी ग्रहलक्ष्मी ख्याल राख्या..आ आ sss
ज्यू धक धक कनू धकध्याणु
मन हिर हिर कनू हिराणु
तू वरदान छै या किस्मत
ये स्वाल अफूं तैं बिंगाणू ऊँssss....
ज्यू धक धक कनू ..ssss...
@ बलबीर राणा अड़िग
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