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Tuesday 3 November 2020

निसाब

 


    

      आज अदालत मा भिज्यां भिभड़ाट छै। होण बि किलै नि, जब केस इनु ह्वा। एक तर्फां पीरी घ्यन्दुड़ी अर हैका तर्फां पिरेम मिस्त्री। बात इन छै कि पिरेम मिस्त्री का आळा/खादरा मा रोण वळि पीरी घ्यन्दुड़ी कुऽ मालिक पिरेम मिस्त्री पर अभ्योग लगयूं छै, बल यु हमारु हत्यारु छ। हमारा घौर उजाड़ण मा सबसे बड़ू हाथ येकु छ, युऽयी कुड़ियूं त्वोड़ी सिमेंटेट मकान बणान्दू। 

    तो, साब मामला पौंछिगयूं अदालत मा।  घ्यन्दुड़ी तर्फां बटिन सरकारी वकील पैरवी कनु छै अर भौंणयेर छाँ वन्यजीव संरक्षण मंत्रालै, कत्गा समाजसेवी संघठन, पक्षी मित्र, पर्यावरण विद अर साहित्यकार नमाण। प्रींट, इलैक्ट्रोनिक से लेकर सोस्यल मिडीया मा यीं केसै चर्चा सळौ जन डार छयीं छै।

      त साब। अदालतै कारवै सुरु ह्वेन। पक्षा वकीलन जिरै मा सर्रा संगसारा नियम कानून ख्वोली अदालत मा घ्यन्दुड़ी निसाबो पक्ष रखिन अर जीव संरक्षण का खतिर मानवीयता कु सज्ञान दिलै पिरेम मिस्त्री तैं सक्त से सक्त सजा देणें सिफारिस कैर थैंक्यू मि लॉर्ड ब्वोली।  पिछने दर्शक दीर्घा बटिन भौंणयेरों ताळी अर हुंगरा बदिन अदालत गुंजिन।

      बचौ पक्षऽक वकीलन जिरह मा अपणा मुवकिल तैं हर कोसिस निर्दोस साबित कने कोसिस करि। पर ! आखिर दां जजऽक फैसला मा पिरेम तैं सजा सुणेंयी ग्ये। आज जैका पठाळ छा कूड़ी भितर कतिगा घ्यन्दुड़यें मवसी राजन बाजन छै वा हारीग्ये छै अर जीत्याँ छाँ वां सब जौंका आलीसान भवनों मा पौथुलों क्या किर्मुलौं बासु नि छै।

 

@ बलबीर राणा अडिग

#udankaar


 

2 comments:

  1. विस्तृत भावों को संक्षिप्त शब्दों में समेटना कोई आपसे सीखे..

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    1. आदरणिया बहनजी ये आपका बड़पन है कि मेरी अदनी कलम को कलाम दे रहे हो। प्रेम आशीष बना रहे।

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