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Sunday 4 August 2019

समै-समै की बात

ऐरां लठ्याळा
तुमुळ क्या जाण
प्यार पिरेम मा
रोणु रूसाणु
ज्यू का जज्बात
मन की बात
ज्यून्दा रैन्दा छाँ
जिन्दगी भर
वे कागजोंsक जमाना मा
इन नि होंदी छै
अंगुल्यों बदिन
स्वां डिलीट
जिंदगी भरे यादें।

@ बलबीर राणा 'अड़िग'

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