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Thursday, 13 March 2025

हौरी गीत

https://youtu.be/xKaAnrJDYqE?si=xR5nyb9_dqMr5sYI 

आयौ रे फागुण मैना,

वसंत बहार।

आवा दगड़यौ नाचा गावा ,

हौरी को त्यौवार।


म्वारी भौंरा गीत गाणा 

फूलौं-फूलौं पात 

सारियूँ खिलीं पिंगळी लयाँ 

हैंसदी फ्यौँली पाख 

बणों मा बुराँस हैंसणू 

हैंसणी डांडी धार। 2


आयौ रे फागुण मैना,

वसंत बहार।

आवा दगड़यौ नाचा गावा ,

हौरी को त्यौवार।


ढोल बाजौ दमुवा बाजी 

हुड़का ढोलकी ताळ 

नचा-नाची भैर भितर 

ज्वानों को उछयाद 

रंगौं मा यी खाणि-पीणी 

रंगौ को सिंगार।


आयौ रे फागुण मैना,

वसंत बहार।

आवा दगड़यौ नाचा गावा,

हौरी को त्यौवार।


दाना संयाणा रंगमत 

बाळा खेलवार 

हौळयारौ की डार ऐगे 

खौळा अर तिबार 

साज-बाज सजिगेनी 

सजीगे पैरवार।


आयौ रे फागुण मैना,

वसंत बहार।

आवा दगड़यौ नाचा गावा,

हौरी को त्यौवार।


थौ बिसौंला काम-धाणी  

बिसौंला खुद पराज 

मेरु-तेरु तब ह्वे जैलो 

गौळा भिंटोला आज 

झिट घड़ी रंगमत रौला 

रंगिलौ छ दिनबार।


आयौ रे फागुण मैना,

वसंत बहार।

आवा दगड़यौ नाचा गावा,

हौरी को त्यौवार।


@ बलबीर राणा 'अडिग'

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