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Monday, 17 February 2025

जबार तू बूढळी ह्वे जालि: आयरिश कवि विलियम बटलर येट्स की कविता When You Are Old कु ग़ढ़वळी अनुवाद

 


जबार तू बुढ़ळी
ह्ववे जालि
पक्यां लटुला
डगमगकार सुफ़ेद मुंडी ल्हि
चुलाण सामणि बैठिं
उनिंदि ऊँगणि होली
तबार
यीं किताब थैं
उठै लियां
अर सौजि-सौजि पौढ़ी लियां
अर
सुपन्यां देख्याँ
वीं कौंळी स्वाणिलि नजर को
ज्व कब्बि तेरि आंख्यूं मा छौ
वीं नजरै गैरै बारा मा सोच्याँ
जै गैरै मा कति ज्वान ज्यू डुबिन हो
कति लोगोंन पिरेम करि हो
तेरा स्ये मनमौण्यां बगत दगड़
अर
झूट्टा या सच्चा पिरेम से
चैन हो तेरि सुंदरता थैं।
पर
एक आदिम छौ
जैन पिरेम करि
तेरा भितरै पावन आत्मा दगड़
बगतै भताक खांदि
बदलेणि तेरि मुखड़ी पीड़ा दगड़
अर
जबार तू तै आगै झौळ मा
पढ़णू झुकलि
तबार तू
जरा उदास ह्वे बड़बड़ालि
कि ऐरां दा
पिरेम बि कनु भाजिगे
दूर काँठियूं चुळख़्यूं पर
अर गैणा भीड़ मा
वीन अपणि मुखड़ि छिपैली

अनुवाद : बलबीर सिंह राणा 'अडिग'